पुस्तक का सारांश
जीवन में एक समय ऐसा आता है जब व्यक्ति आत्मनिरीक्षण करता है और फिर सफल होने के लिए अपने व्यक्तित्व में बदलाव करने की आवश्यकता महसूस करता है। कभी-कभी रास्ते में बाधा यह होती है कि उसे यह नहीं पता होता कि आवश्यक बदलाव क्या हैं, उन्हें क्यों किया जाना चाहिए और उस बदलाव के क्या प्रभाव होंगे। यह पुस्तक उन सिद्धांतों पर प्रकाश डालती है जिनका पालन सफल होने के लिए व्यक्ति को करना चाहिए। पुस्तक को पढ़ते समय रुचि बनाए रखना आसान है क्योंकि शिव खेड़ा रोज़मर्रा की ज़िंदगी से उदाहरण लेते हैं
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